भारत सरकार की प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM-KISAN) योजना छोटे और सीमांत किसानों को सीधी वित्तीय सहायता प्रदान करने की एक क्रांतिकारी पहल है। इस योजना के तहत पात्र किसानों को हर वर्ष ₹6000 की आर्थिक मदद तीन किस्तों में दी जाती है। योजना की 19वीं किस्त जल्द जारी होने वाली है, जो लाखों किसानों के लिए राहत और उम्मीद लेकर आएगी।
योजना की शुरुआत और उद्देश्य
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फरवरी 2019 में इस योजना की शुरुआत की। इसका मुख्य उद्देश्य छोटे और सीमांत किसानों को उनकी कृषि से जुड़ी जरूरतों के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करना है। योजना के तहत प्रत्यक्ष धन हस्तांतरण (Direct Benefit Transfer) के जरिए किसानों के बैंक खातों में राशि जमा की जाती है।
19वीं किस्त से जुड़ी प्रमुख जानकारी
ई-केवाईसी क्यों है जरूरी?
19वीं किस्त प्राप्त करने के लिए सभी लाभार्थियों का ई-केवाईसी (e-KYC) अनिवार्य है। ई-केवाईसी से यह सुनिश्चित होता है कि योजना का लाभ सही किसानों तक पहुंचे।
- ई-केवाईसी प्रक्रिया ऑनलाइन पोर्टल या नजदीकी CSC सेंटर पर पूरी की जा सकती है।
- जिन किसानों ने अभी तक ई-केवाईसी नहीं कराया है, वे तुरंत इसे पूरा करें।
किस्त जारी होने की तारीख
19वीं किस्त नवंबर 2024 के अंत तक जारी होने की संभावना है। केवल वही किसान इसका लाभ उठा सकेंगे, जिन्होंने समय पर ई-केवाईसी और आवश्यक दस्तावेज अपडेट किए हैं।
लाभ और पात्रता
योजना के लाभ
- ₹6000 वार्षिक सहायता तीन समान किस्तों में।
- सीधे बैंक खाते में राशि का हस्तांतरण।
- कृषि के लिए वित्तीय सहायता, जिससे उत्पादन लागत का बोझ कम हो।
पात्रता
योजना का लाभ केवल छोटे और सीमांत किसानों को मिलता है। निम्नलिखित लोग योजना के लाभ के लिए अयोग्य हैं:
- सरकारी कर्मचारी।
- आयकरदाता।
- बड़े भूमिधारक।
- डॉक्टर, इंजीनियर, वकील जैसे पेशेवर।
कैसे जांचें कि पैसा आया है?
- PM-KISAN पोर्टल पर जाएं।
- “लाभार्थी सूची” सेक्शन में जाकर अपनी जानकारी दर्ज करें।
- पता करें कि किस्त आपके खाते में आई है या नहीं।
PM-KISAN योजना का प्रभाव
यह योजना किसानों को उनकी फसल लागत कम करने और कृषि गतिविधियों को सुचारू रूप से चलाने में मदद कर रही है। इससे न केवल खेती में सुधार हुआ है, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिली है।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना ने भारतीय किसानों के जीवन में एक सकारात्मक बदलाव लाया है। 19वीं किस्त इसका एक और प्रमाण होगी।