बिहार सरकार द्वारा कृषि क्षेत्र को आत्मनिर्भर और लाभकारी बनाने के उद्देश्य से निरंतर नई योजनाएं शुरू की जा रही हैं। इसी क्रम में, बिहार उद्यान निदेशालय के तहत “बिहार अंजीर विकास योजना 2025” की शुरुआत की गई है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों को अंजीर की खेती के लिए आर्थिक सहायता प्रदान कर उनकी आय में बढ़ोतरी करना है।
यह योजना उन किसानों के लिए विशेष रूप से लाभकारी है, जो कम लागत में अधिक मुनाफा कमाने की दिशा में प्रयासरत हैं। यदि आप इस योजना के तहत आवेदन करना चाहते हैं या इससे जुड़ी विस्तृत जानकारी पाना चाहते हैं, तो यह लेख आपके लिए अत्यंत उपयोगी सिद्ध होगा। कृपया इसे अंत तक ध्यानपूर्वक पढ़ें।
Bihar Anjeer Vikas Yojana 2025 – संक्षिप्त जानकारी
विवरण | जानकारी |
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योजना का नाम | बिहार अंजीर विकास योजना 2025 |
योजना प्रकार | कृषि / उद्यानिकी योजना |
संचालन इकाई | बिहार राज्य उद्यान निदेशालय |
लाभार्थी | राज्य के पात्र किसान |
लाभ | अंजीर की खेती हेतु सब्सिडी |
अधिकतम सब्सिडी | ₹50,000 |
न्यूनतम भूमि आवश्यकता | 0.25 एकड़ (0.1 हेक्टेयर) |
अधिकतम भूमि सीमा | 5 से 10 एकड़ |
आवेदन प्रक्रिया | ऑनलाइन |
आधिकारिक वेबसाइट | horticulture.bihar.gov.in |
क्या है Bihar Anjeer Vikas Yojana 2025?
यह योजना बिहार के किसानों को व्यावसायिक स्तर पर अंजीर की खेती को अपनाने हेतु प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से लागू की गई है। इस योजना के अंतर्गत किसानों को अंजीर उत्पादन के लिए आवश्यक आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है, जिससे वे कम लागत में अधिक और गुणवत्तापूर्ण फसल प्राप्त कर सकें।
इस योजना को राज्य के 32 जिलों में लागू किया गया है, जहाँ की मिट्टी और जलवायु अंजीर की खेती के लिए अनुकूल मानी जाती है।
सब्सिडी और आर्थिक सहायता में लाभ
किसानों को कुल ₹50,000 तक की वित्तीय सहायता निम्नलिखित प्रकार से दी जाती है:
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प्रथम वर्ष: ₹30,000
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द्वितीय वर्ष: ₹10,000
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तृतीय वर्ष: ₹10,000
यह राशि Direct Benefit Transfer (DBT) के माध्यम से सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में भेजी जाती है। यह सब्सिडी पौधरोपण, उर्वरक, सिंचाई और देखरेख जैसी लागतों को कवर करने में मदद करती है।
पात्रता मानदंड (Eligibility Criteria)
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आवेदक बिहार राज्य का स्थायी निवासी होना चाहिए।
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किसान के पास वैध भूमि दस्तावेज होने चाहिए।
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न्यूनतम 0.25 एकड़ भूमि अंजीर खेती के लिए उपलब्ध हो।
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अधिकतम लाभ 5 से 10 एकड़ तक की भूमि पर लिया जा सकता है।
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भूमि स्वामित्व स्पष्ट रूप से आवेदक के नाम पर दर्ज होना चाहिए।
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जो किसान पहली बार अंजीर की खेती कर रहे हैं, उन्हें प्राथमिकता दी जाएगी।
आवश्यक दस्तावेज
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आधार कार्ड
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भूमि स्वामित्व प्रमाणपत्र या रसीद
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पासपोर्ट साइज फोटो
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बैंक पासबुक की प्रति
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वंशावली प्रमाणपत्र (यदि आवश्यक हो)
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निवास प्रमाण पत्र
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आय प्रमाण पत्र (यदि मांगा जाए)
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मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी
ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया – How to Apply
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horticulture.bihar.gov.in पर जाएं।
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होमपेज पर “Area Expansion Scheme” सेक्शन में “Anjeer Vikas Yojana” पर क्लिक करें।
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“Apply Online” बटन पर क्लिक करें और आवेदन फॉर्म भरें।
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आवश्यक दस्तावेजों को अपलोड करें।
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आवेदन जमा कर उसकी रसीद डाउनलोड करें।
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इसके बाद, अपने जिला कृषि कार्यालय जाकर आगे की प्रक्रिया पूर्ण करें।
योजना के प्रमुख लाभ
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कम लागत में अधिक आय अर्जित करने का अवसर।
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नकदी फसल के रूप में अंजीर की खेती से बेहतर मुनाफा।
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सरकारी सहायता से आर्थिक जोखिम में कमी।
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कृषि में विविधता और नवाचार को बढ़ावा।
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तकनीकी मार्गदर्शन और प्रशिक्षण की सुविधा।
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महिला और अनुसूचित जाति/जनजाति किसानों को प्राथमिकता।
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पौध की गुणवत्ता पर विभागीय निगरानी।
चयन प्रक्रिया
योजना के अंतर्गत प्राप्त सभी आवेदनों की दस्तावेज़ जांच की जाती है। इसके बाद पात्र किसानों की सूची तैयार की जाती है। चयन प्रक्रिया में भूमि की स्थिति, पात्रता मापदंड और आवेदन की सटीकता को ध्यान में रखा जाता है। चयनित किसानों को चरणबद्ध तरीके से सहायता राशि प्रदान की जाती है।
अंजीर की खेती: एक लाभकारी फसल
अंजीर एक उच्च मूल्य वाली नकदी फसल है, जो मुख्यतः सूखी और गर्म जलवायु में उगाई जाती है। इसके लिए लाल या दोमट मिट्टी उपयुक्त मानी जाती है।
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प्रति हेक्टेयर लगभग 600-625 पौधे लगाए जाते हैं।
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पौधों की 4×4 मीटर की दूरी पर रोपाई की जाती है।
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2-3 वर्षों में पौधे फल देना शुरू कर देते हैं और बाज़ार में इसकी अच्छी कीमत मिलती है।
महत्वपूर्ण लिंक
विवरण | लिंक |
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आधिकारिक वेबसाइट | यहां क्लिक करें |
ऑनलाइन आवेदन फॉर्म | यहां क्लिक करें |
निष्कर्ष
Bihar Anjeer Vikas Yojana 2025 राज्य सरकार की एक दूरदर्शी पहल है, जो किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के साथ-साथ कृषि में विविधता लाने का भी कार्य कर रही है। यह योजना विशेष रूप से उन किसानों के लिए वरदान साबित हो रही है, जो पारंपरिक खेती से आगे बढ़कर अधिक लाभकारी फसलों की ओर रुख करना चाहते हैं।
यदि आप अंजीर की खेती में रुचि रखते हैं और आपके पास आवश्यक संसाधन उपलब्ध हैं, तो यह योजना आपके आर्थिक और कृषि भविष्य को सशक्त बना सकती है।
👉 यदि आप बिहार के किसान हैं और नई खेती करना चाहते हैं, तो इस योजना में ज़रूर आवेदन करें और सरकार से मिलने वाली ₹50,000 की आर्थिक सहायता का लाभ उठाएँ।